फसलों और घरों के लिए आफ़त बना दीमक, घरेलू उपाय असरदार
देश-दुनिया आज दीमक की बढ़ती समस्या से परेशान है। खेती-किसानी से लेकर घरों और दफ्तरों तक यह आक्रामक कीट भारी नुकसान पहुँचा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन, बढ़ते तापमान और लगातार घटती वर्षा ने दीमक के प्रसार को तेज़ कर दिया है। सूखे की स्थिति दीमक के लिए सबसे अनुकूल मानी जाती है।

बता दे कि वैज्ञानिक रिपोर्टों के अनुसार दीमक की वजह से दुनिया को हर साल 3.33 लाख करोड़ रुपये (करीब 4,000 करोड़ डॉलर) से अधिक का नुकसान होता है। वहीं भारत में खेतों और फसलों में दीमक से होने वाला आर्थिक नुकसान हर साल कई करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है। पिछले दशक की तुलना में खेतों में दीमक का प्रकोप कई गुना बढ़ा है।
ठंडे देशों तक फैल रहा दीमक
बता दे कि जलवायु परिवर्तन के चलते दीमक अब उन शहरों तक पहुँच चुके हैं जहाँ पहले इनका नामोनिशान नहीं था। इनमें साओ पाउलो, लागोस, मियामी, जकार्ता जैसे गर्म क्षेत्रों के अलावा लंदन, पेरिस, ब्रुसेल्स, न्यूयॉर्क और टोक्यो जैसे ठंडे शहर भी शामिल हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बढ़ती कनेक्टिविटी और शहरीकरण भविष्य में दीमक के प्रसार को और बढ़ावा देंगे।
क्यों खतरनाक है दीमक?
बता दें कि दीमक मुख्य रूप से सेल्यूलोज खाते हैं, जो लकड़ी, पौधों, कागज और घास में पाया जाता है। यही कारण है कि यह फर्नीचर, दीवारों, पेड़ों और फसलों को चट कर जाते हैं। एक मादा दीमक एक दिन में 30,000 तक अंडे दे सकती है, जिससे कुछ ही समय में उनकी संख्या लाखों में पहुँच जाती है। दीमक की कॉलोनियाँ जमीन के 10–20 मीटर नीचे तक फैली होती हैं, जहाँ किसी भी दवा का असर पहुँचाना मुश्किल होता है।
किसानों की चुनौती बढ़ी
बता दें कि किसान दीमक नियंत्रण के लिए रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन यह समाधान स्थायी नहीं है। दीमक दवा को सूंघकर छिप जाते हैं और असर खत्म होते ही वापस सक्रिय हो जाते हैं।
जाने कैसे पाया जा सकता है छुटकारा?
विशेषज्ञों ने दीमक नियंत्रण के लिए कई परंपरागत और वैज्ञानिक उपाय सुझाए है जो कि नीम का तेल लकड़ी या फर्नीचर पर लगाने से दीमक धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं। नींबू का सिरका और नमक: घर और फर्नीचर में दीमक हटाने में कारगर। बोरेक्स पाउडर दीमक मारने के लिए प्रभावी माना जाता है। क्लोरपायरीफास दवा खेतों में जड़ों के पास डालकर सिंचाई करने से दीमक मरते हैं। मेटाराइजियम फफूंद 100 किलो गोबर खाद में मिलाकर खेत में बुरकने से रोकथाम होती है। खट्टा दही पौधों पर स्प्रे करने से दीमक दूर रहते हैं। इमिडाक्लोप्रिड घोल सबसे प्रभावी आधुनिक एंटी-रिपेलेंट दवा, जिसे दीमक पहचान नहीं पाते।
प्रकृति में दीमकों के दुश्मन
बता दें कि दीमक के सबसे बड़े प्राकृतिक दुश्मन चींटियाँ मानी जाती हैं, जो उनकी कॉलोनियों को नष्ट कर देती हैं। दुनिया का सबसे बड़ा दीमक मैक्रोटर्मेस बेलिकोसस है, जिसकी रानी लगभग 4.2 इंच लंबी होती है।
बता दे कि वैज्ञानिक रिपोर्टों के अनुसार दीमक की वजह से दुनिया को हर साल 3.33 लाख करोड़ रुपये (करीब 4,000 करोड़ डॉलर) से अधिक का नुकसान होता है। वहीं भारत में खेतों और फसलों में दीमक से होने वाला आर्थिक नुकसान हर साल कई करोड़ रुपये तक पहुँच चुका है। पिछले दशक की तुलना में खेतों में दीमक का प्रकोप कई गुना बढ़ा है।
ठंडे देशों तक फैल रहा दीमक
बता दे कि जलवायु परिवर्तन के चलते दीमक अब उन शहरों तक पहुँच चुके हैं जहाँ पहले इनका नामोनिशान नहीं था। इनमें साओ पाउलो, लागोस, मियामी, जकार्ता जैसे गर्म क्षेत्रों के अलावा लंदन, पेरिस, ब्रुसेल्स, न्यूयॉर्क और टोक्यो जैसे ठंडे शहर भी शामिल हैं। विशेषज्ञों के अनुसार बढ़ती कनेक्टिविटी और शहरीकरण भविष्य में दीमक के प्रसार को और बढ़ावा देंगे।
क्यों खतरनाक है दीमक?
बता दें कि दीमक मुख्य रूप से सेल्यूलोज खाते हैं, जो लकड़ी, पौधों, कागज और घास में पाया जाता है। यही कारण है कि यह फर्नीचर, दीवारों, पेड़ों और फसलों को चट कर जाते हैं। एक मादा दीमक एक दिन में 30,000 तक अंडे दे सकती है, जिससे कुछ ही समय में उनकी संख्या लाखों में पहुँच जाती है। दीमक की कॉलोनियाँ जमीन के 10–20 मीटर नीचे तक फैली होती हैं, जहाँ किसी भी दवा का असर पहुँचाना मुश्किल होता है।
किसानों की चुनौती बढ़ी
बता दें कि किसान दीमक नियंत्रण के लिए रासायनिक कीटनाशकों का इस्तेमाल तो करते हैं, लेकिन यह समाधान स्थायी नहीं है। दीमक दवा को सूंघकर छिप जाते हैं और असर खत्म होते ही वापस सक्रिय हो जाते हैं।
जाने कैसे पाया जा सकता है छुटकारा?
विशेषज्ञों ने दीमक नियंत्रण के लिए कई परंपरागत और वैज्ञानिक उपाय सुझाए है जो कि नीम का तेल लकड़ी या फर्नीचर पर लगाने से दीमक धीरे-धीरे खत्म होने लगते हैं। नींबू का सिरका और नमक: घर और फर्नीचर में दीमक हटाने में कारगर। बोरेक्स पाउडर दीमक मारने के लिए प्रभावी माना जाता है। क्लोरपायरीफास दवा खेतों में जड़ों के पास डालकर सिंचाई करने से दीमक मरते हैं। मेटाराइजियम फफूंद 100 किलो गोबर खाद में मिलाकर खेत में बुरकने से रोकथाम होती है। खट्टा दही पौधों पर स्प्रे करने से दीमक दूर रहते हैं। इमिडाक्लोप्रिड घोल सबसे प्रभावी आधुनिक एंटी-रिपेलेंट दवा, जिसे दीमक पहचान नहीं पाते।
प्रकृति में दीमकों के दुश्मन
बता दें कि दीमक के सबसे बड़े प्राकृतिक दुश्मन चींटियाँ मानी जाती हैं, जो उनकी कॉलोनियों को नष्ट कर देती हैं। दुनिया का सबसे बड़ा दीमक मैक्रोटर्मेस बेलिकोसस है, जिसकी रानी लगभग 4.2 इंच लंबी होती है।












